Saturday, November 30, 2019

अपडेट रहें या कम बोलें Stay updated or say less Beautiful Article in Hindi



अपडेट रहें या कम बोलें





किसी भी वस्तु विशेष की सही जानकारी
न होने पर उसके बारे में न बोलना ही
बेहतर है। ज्यादा बोलकर बेककूफ साबित
होने से अच्छा है कि आप कम बोलें और
समझदार होने की मिसाल पेश करें ।

है आधुनिक पंचतंत्र कथा है। एक बार की
यात है, एक सौफ्टवेयर इंजीनियर नदी के
किनारे एक पेड़ के नीचे मैठकर अपनी
पेटियम मशीन पर प्रोग्राम तैयार करने में व्यस्त था।
यह संडे मार्केट में इन प्रोग्राम्स को बेचकर अपने
लिए रोटी की जुगाड़ करता था। एक दिन जब वह
प्रोग्राम बनाने में मशगूल था, तभी उसकी मशीन
भरभ
टेयल से नीचे नदी में जा गिरी।



उस साफ्टवेयर इंजीनियर ने बचपन में सुनी
पंचतंत्र कथा (लकड़हारा और उसकी कुल्हाड़ी) से
प्रेरित होकर नदी देव को तपस्या करनी शुरू कर दी।
नदी देव उसकी महीने भर की कड़ी तपस्या से प्रसन्न
होकर प्रकट हुए और सॉफ्टवेयर इंजीनियर से तपस्या
की वजह पूरछी। ईजीनियर ने उनको बताया कि नदी
के गर्भ में उसका कंप्यूटर गिर गया है, अतः नदी देव
उसे लौटाने की कृपा करें। नदी देव ने उसकी
इमानदारी की
परीक्षा लेने
की ठानी और
डुबकी लगाकर माचिस की
डिब्बी जितनी
बड़ी एक वस्तु
पूछा-क्यो यहा
वस्तु निकाल कर उसे दिखाते हुए क्या यही तुम्हारा कम्प्यूटर है? कंप्यूटर के बारे में नदी देव की
तुम्हारा
अज्ञानता से हताश सॉफ्टवेयर ईंजीनियर बोला-नहीं।
उन्होंने दोबारा डुबकी लगाई और एक पॉकेट साइज
केलकलेटर जैसो वस्तु निकालकर दिखाते हुए
बोले-
ये तो अवश्य तुम्हारा कंप्यूटर होगा? खीझकर वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर बोला
नहीं।



आखिरकार नदी देव ने तीसरी बार डुबको
लगाई और इस बार उसकी पेंटियम मशीन के साथ
प्रकट हुए और बोले- यही
बिना किसी लाग-लपेट के ठंडी आह भरते हुए
बोला-हां। नदी देव इंजीनियर की ईमानदारी से काफी
प्रसन्न हुए। उन्होंने वे तीनों वस्तुएं इंजोनियर की
तरफ बढ़ा दी, लेकिन वे तीनों वस्तुएं लेने के पहले
इंजीनियर ने कहा-क्या आप मुझे
पहले कुछ अच्छे कंप्यूटर नहीं दिखा सकते थे?
नदी देव इंजीनियर के इस सवाल से क़्ोधित होते
हुए बोले, मुझे मालूम है बेक्कूफ। पहले दिखाई गई
दोनों वस्तुएं ट्रिलेनियम और बिलेनियम हैं, जो कि
आईबीएम के सबसे अत्याधुनिक कंप्यूटर हैं। इतना
कहकर वे ओरिजनल पेटियम के साथ अदृश्य हो गए।

फंडा यह है कि यदि आपको नवीनतम प्रौद्योगिकी
की जानकारी नहीं हो तो बेहतर है कि अपना मुंह बंद
रखें, जिससे लोग आपको बुद्धिमान समझें, पर जैसे
ही आप अपना मुह खोलिंगे आपकी सारी पोलपट्टी
खुलकर असलियत सामने आ जाएगी।


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